धनबाद, रविकांत झा। भारतीय रेलवे का खजाना भरने वाले धनबाद रेल मंडल पर रेलवे बोर्ड ने बड़ी जिम्मेदारी डाली है। रेलवे बोर्ड ने धनबाद डिवीजन को चालू...
धनबाद, रविकांत झा। भारतीय रेलवे का खजाना भरने वाले धनबाद रेल मंडल पर रेलवे बोर्ड ने बड़ी जिम्मेदारी डाली है। रेलवे बोर्ड ने धनबाद डिवीजन को चालू वित्तीय वर्ष में 21,257 करोड़ रुपए राजस्व आमदनी का लक्ष्य दिया है। पिछले वित्तीय वर्ष की कमाई के मुकाबले ताजा लक्ष्य 2,662 करोड़ रुपए अधिक हैं। लक्ष्य में संशोधन की बात करें, तो वित्तीय वर्ष के 15,134 करोड़ रुपए की आमदनी के लक्ष्य से यह करीब 40 प्रतिशत अधिक है। रेलवे बोर्ड आने वाले कुछ वर्षों में तीन हजार मिलियन टन लोडिंग की योजना बना रहा है। इसका...
more... असर देश 68 रेल मंडलों को मिले नए टारगेट में दिख रहा है। धनबाद डिवीजन ने पिछले वित्तीय वर्ष में देश में सर्वाधिक आमदनी हासिल करते हुए 18,595 करोड़ रुपए कमाया था। डिवीजन ने 158 मिलियन टन लोडिंग की थी। इस साल लोडिंग के लक्ष्य को 20 प्रतिशत बढ़ाते हुए 189 एमटी कर दिया गया है। बोर्ड के भारी-भरकम लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में धनबाद डिवीजन ने प्रयास तेज कर दिए हैं।
बीसीसीएल से 24 व सीसीएल से 71.5 एमटी का लक्ष्य: धनबाद डिवीजन को लोडिंग के भेजे गए लक्ष्य में कोल इंडिया की अलग-अलग कंपनियों से कुल 151.55 एमटी लोडिंग की योजना है। इसमें सर्वाधिक 57.45 एमटी सीसीएल से है, जबकि बीसीसीएल से 24.11 एमटी और एनसीएल से 55.94 एमटी लोडिंग करने की प्लानिंग बनाई गई है। इस साल धनबाद डिवीजन नन-कोल गुड्स की (कोयले को छोड़ अन्य सामान) 7.8 एमटी लोडिंग करेगा।
ईसीआर को 22 हजार करोड़ कमाने का टास्क: रेलवे बोर्ड ने पूर्व मध्य रेलवे को लोडिंग से 22 हजार 93 करोड़ रुपए कमाने का लक्ष्य दिया है, जिनमें धनबाद मंडल के 21,256 करोड़ रुपए का लक्ष्य भी शामिल हैं। बाकी चार मंडल, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, समस्तीपुर, दानापुर और सोनपुर मिलकर लोडिंग में सिर्फ 837 करोड़ रुपए की राजस्व आमदनी हासिल करेंगे।
Kuch trains vi dedo 😅😅
Kaam se kaam uske bad jholi bhar bhar k
Paise utha lena
ख़ज़ाना भरने के लिए इलाके अलग से mark कर रखे हैं(धनबाद, बिलासपुर, चक्रधरपुर, संबलपुर) क्यूंकि उनके हिसाब से इधर बस जानवर है,गाय भैस है और खनिज है, कोयला है
और ख़ज़ाना लुटाने के लिए अलग इलाके बाँट रखे हैं(गोड्डा, जसीडीह, दिल्ली,पटना) जो कि असली वोट बैंक वहीँ है।