किसी ट्रेन को मात्र उस रूट पर इसलिए चलाया जाए की वह प्रधान मंत्री का निर्वाचन क्षेत्र है यह पूर्ण रूपेण पक्षपात है इस कारण से ही भारतीय रेल गर्त में जा रही है यहॉ र्सिफ नेताओ की पहूँच के कारण उन जगहों पर ट्रेने चलाई जा रही है पटरिया बिछाई जा रही हैजहॉ सवारी नाम मात्र की है ट्रेने खाली जा रही है इटावा से आगरा वाया बटेश्वर लाईन पर पैसा बर्बाद करना इसका अच्छा नमूना ह्रै वो भी अटल जी की चाहत की पेतृक गॉव रेलवे लाइन से ज़ुडे