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23-06-2016 16:14:07: : हावड़ा दिल्ली मुख्य रेल मार्ग पर मिर्ज़ापुर के जिगना स्टेशन के समीप बन रहे अंडर ब्रिज के पास दो सौ टन क्षमता की हैवी क्रेन अप व डाउन रेलवे ट्रैक पर गुरुवार दोपहर में पलट गई। इससे दोनों लाइनों पर ट्रेनों का आवागमन ठप हो गया। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के साथ ही डीआरएम कार्यालय इलाहाबाद से टीम मौके पर पहुंच रही है। माना जा रहा है कि यातायात सामान्य होने में 6 से 7 घंटे लग जाएंगे। फिलहाल ट्रेनों को बीच रास्ते के स्टेशनों पर रोक दिया गया है। कुछ ट्रेनों का रूट बदलकर चलाने की तैयारी भी की जा रही है।
जिगना...
more... स्टेशन के समीप बिहसडा -नीबी मार्ग पर रेलवे की ओर से ब्रिज का निर्माण एक सप्ताह से चल रहा है। इसके लिए दो सौ टन क्षमता की हैवी क्रेन को लगाया गया था। क्रेन सीमेंट के ढाले गए पैनल को उठाकर ट्रैक के नीचे डाल रही थी। इसी दौरान जमीन खिसकने से क्रेन पलट गई। क्रेन की लंबाई अधिक होने के कारण वह अप और डाउन दोनों लाइनों पर पलटी है। इसलिए दोनों ट्रैकों से ट्रेनों का आवागमन ठप हो गया।
ट्रेनों को आनन फानन में बीच के स्टेशनों पर रोक दिया गया। इससे दिल्ली हावड़ा और मुम्बई मार्ग की ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद है। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग की टीम के पहुंचने पर मरम्मत कार्य शुरू हो पाएगा। घटना से ब्रिज निर्माण की गुणवत्ता की पोल खुल गई है।
नौ खम्भों के बीच का बिजली तार टूटा
जिगना स्टेशन के पास क्रेन के पलटने से रेलवे के नौ खंभों के बीच का तार टूट गया है। इनकी मरम्मत के बिना ट्रेनों का परिचालन संभव नहीं है।
झंडी गाड़कर गेटमैन गायब
घटना होने के बाद मौके पर पहुंचा गेटमैन रेलवे ट्रैक के दोनों ओर लाल झंडी गाड़कर गायब हो गया। काफी देर तक खोजने के बाद भी पता नहीं चला।
क्रेन चालक फरार
घटना के बाद क्रेन चालक फरार हो गया। मौके पर जुटी भीड़ खोजने में जुटी रही।
ग्रामीणों की भी भीड़ जुटी
घटना के बाद आसपास के ग्रामीणों की मौके पर भीड़ जुट गई। लोगों ने पुल निर्माण करा रहे ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाया।
नौ सौ मीटर पहले रुकी ब्रह्मपुत्र मेल
घटनास्थल से नौ सौ मीटर पहले डाउन लाइन पर आ रही ब्रह्मपुत्र मेल ट्रेन अचानक रुक गई। इससे यात्रियों में खलबली मच गई। ट्रेन चालक औए गार्ड भी परेशान हो गए। नीचे उतरकर देखने पर भी कुछ पता नहीं चला। बाद में स्टेशन अधीक्षक को फोन करने पर पता चला कि आगे ओएचई तार टूटा है। तब यात्रियों और रेलवे के चालक गार्ड ने राहत की सांस ली।