Copied from click here by Pushya Mitra & Sanjaya Kumar Singh
मैं जिस ट्रेन से दिल्ली जाने वाला हूँ वह आज पटना से शाम 4 बजे खुलने वाली थी मगर कल शाम ही मैसेज आ गया कि वह पटना 11 की सुबह पहुंचेगी। वह ट्रेन अभी दिल्ली से कोलकाता के रास्ते में है और 24 घंटे से अधिक लेट हो चुकी है। और यह कहानी किसी एक ट्रेन की नहीं दिल्ली पटना रुट से गुजरने वाली 50 से अधिक रेलगाड़ियों की है। और यह बहुत सामान्य मामला है। असली खबर तो इस खबर में है।गरीब रथ 62 घंटे लेट हो चुकी है और अभी रास्ते में है। साफ सफाई और सोशल मीडिया में सक्रियता के मामले में सुरेश प्रभु जितनी शो बाजी...
more... कर लें मगर ट्रेनों के परिचालन के मामले में फिसड्डी साबित हुए हैं। सच यही है कि रेलवे का सिस्टम ठीक करना उनके जैसे व्यक्ति के बस की बात नहीं है। और वे जिस काम के लिये आये हैं, यानी रेलवे को बेचने लायक बनाने के लिये वह भी वे शायद ही कर पाएं। कोहरे के मौसम में उत्तर भारत में ट्रेनों का परिचालन ठीक करने के लिये अब किसी और प्रभु को अवतार लेना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल कहा कि रेल मंत्रालय पहले "रेवड़ी की तरह" बंटता था। एक मंत्रालय कैसे रेवड़ी की तरह बंटता था वही जानें पर हम उनका अभिप्राय समझ रहे हैं। रेवड़ी की तरह प्राप्त रेल मंत्रालय चलाने वाले राम विलास पासवान अभी उनके मंत्रालय में हैं और पता नहीं उन्हें जो मंत्रालय दिया गया है वह उन्हें किस तरह और किस आधार पर दिया गया है पर जिस सुरेश प्रभु नामक चार्टर्ड अकाउंटैंट को नरेन्द्र मोदी ने रेल मंत्रालय दिया है उसके राज में रेल किराया किस तेजी से बढ़ा आप जानते हैं।रेवड़ी की तरह रेल मंत्रालय पाने वाले एक और रेल मंत्री लालू यादव ने कई साल ट्रेन का किराया नहीं बढ़ाने का रिकार्ड बनाया था। पर अब बच्चों के आधे किराए से लेकर वरिष्ठ नागरिकों की छूट का क्या हाल है आप सब जानते ही हैं। अब जानिए कि ट्रेन लेट चलने में (आनंद विहार – भागलपुर गरीब रथ एक्सप्रेस 22406 करीब 62 घंटे की देरी से चल रही है) रिकार्ड बना रही है। पर मोदी जी इन सबसे ऊपर, "ना खाउंगा, ना खाने दूंगा" का एलान करने वाली ईमानदार सरकार तो चला ही रहे हैं - किसी आरोप का जवाब न देने का महान कार्य भी कर रहे हैं। निरंतर नए आरोप लगाते हुए।